सूरतगढ़: खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज अग्रवाल के निर्देशन में आज राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, बख्तावरपुरा में नशा मुक्त भारत अभियान और मौसमी बीमारियों पर एक विशेष कार्यशाला आयोजित की गई। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाचार्य सकुंतला राठौड़ ने की। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से फार्मासिस्ट सतीश टाक ने कार्यक्रम में जानकारी दी कि सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा 15 अगस्त 2020 को नशा मुक्त भारत अभियान की शुरुआत की गई थी। इसी उद्देश्य से हर साल 26 जून को अंतर्राष्ट्रीय नशा निवारण दिवस के रूप में मनाया जाता है, जो नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ जागरूकता फैलाने का काम करता है।
फार्मासिस्ट सतीश टाक ने नशा मुक्त भारत अभियान का महत्व बताते हुए कहा, “हर दिल की अब यही चाहत है कि नशा मुक्त हो मेरा भारत। नशे को मार भगाना जरूरी है, तभी इस बुराई का अंत हो सकेगा।” उन्होंने इस अभियान को देश के लिए एक बड़ी चुनौती बताते हुए युवाओं को नशीले पदार्थों से दूर रहने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि आज के समय में तम्बाकू, सिगरेट, बीड़ी, अफीम, शराब, हीरोइन, चिट्टा और गांजा जैसे नशीले पदार्थों का सेवन आम हो गया है। इसका नतीजा शिक्षा की हानि, घरेलू कलह, आर्थिक नुकसान, रोगग्रस्त जीवन और मानसिक विकार के रूप में सामने आ रहा है।
इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों ने संकल्प लिया कि वे स्वयं नशे से दूर रहेंगे और इस अभियान को आगे बढ़ाते हुए अपने समुदाय, परिवार और मित्रों को भी नशामुक्त बनाएंगे। “बदलाव की शुरुआत स्वयं से होनी चाहिए,” यह संदेश कार्यशाला में बार-बार दिया गया। कार्यक्रम में मौसमी बीमारियों जैसे डेंगू, चिकनगुनिया, और मलेरिया से बचाव के उपायों पर भी चर्चा की गई। सतीश टाक ने बताया कि इन बीमारियों से बचने के लिए मच्छरदानी का उपयोग, खिड़की और दरवाजों पर जाली लगाना, शरीर को ढक कर रखना, हर सप्ताह कूलर, टंकी और पानी के अन्य बर्तनों को खाली करना, और आसपास पानी जमा नहीं होने देना चाहिए। बुखार होने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करने और हर रविवार को 30 मिनट मच्छरजनित बीमारियों के खिलाफ सावधानियाँ बरतने की सलाह दी गई।
समाजसेवी सुखराम नायक, जो सरपंच प्रतिनिधि के रूप में सभा में उपस्थित थे, ने युवाओं को नशे से दूर रहने की सलाह दी और शिक्षकों से अपील की कि वे इस अभियान को जागरूकता के साथ हर घर तक पहुँचाने में मदद करें। कार्यक्रम के अंत में प्रधानाचार्य सकुंतला राठौड़ ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर नर्सिंग अधिकारी राजेंद्र कडवासरा, शिक्षक रवि और मदनलाल सहित अन्य लोग भी उपस्थित थे।