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ग्राम पंचायत 23 जीबी की लिंक रोड़ क्षतिग्रस्त, अब ग्रामीण लगाएंगे धरना

अनूपगढ़ जिले की श्रीविजयनगर मंडी की ग्राम पंचायत 23 जीबी से गुजरने वाली लिंक रोड पर भारी वाहनों के आवागमन के कारण सड़क दो बार क्षतिग्रस्त हो चुकी है। ग्रामीणों ने कई बार पीडब्ल्यूडी विभाग, पुलिस और एसडीएम कार्यालय में ज्ञापन देकर इस सड़क पर भारी वाहनों के चलने पर रोक लगाने की मांग की है, मगर उनकी शिकायतों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। सड़क पर लगातार भारी वाहन चलने से दुर्घटना की आशंका बनी रहती है, जिससे ग्रामीणों में नाराजगी बढ़ती जा रही है।

श्रीविजयनगर के गांव 17 जीबी और 24 जीबी के ग्रामीण अनूपगढ़ जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे और जिला कलेक्टर अवधेश मीना को ज्ञापन सौंपकर इस लिंक रोड पर भारी वाहनों के आवागमन को रोकने की मांग की। ग्रामीणों ने प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि इस समस्या का समाधान नहीं किया गया और भारी वाहनों पर रोक नहीं लगाई गई, तो वे आंदोलन और भूख हड़ताल करेंगे।

सड़क क्षतिग्रस्त होने की समस्या
गांव 23 जीबी के सरपंच जगराज सिंह ढिल्लो ने बताया कि यह लिंक रोड मुख्य रूप से छोटे वाहनों के आवागमन के लिए बनाई गई थी, मगर अब इस पर बड़े और ओवरलोडेड ट्रक लगातार गुजर रहे हैं, जिससे सड़क दो बार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है। ग्रामीणों ने इस समस्या को कई बार अधिकारियों के संज्ञान में लाने की कोशिश की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस वजह से ग्रामीणों ने आपसी सहमति से सड़क पर 11 फीट ऊंचाई का बैरिकेड लगाने का निर्णय लिया, ताकि भारी वाहनों को रोका जा सके। हालांकि, ओवरलोडेड वाहन चलाने वाले लोग बैरिकेड्स को हटाने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे ग्रामीणों में असंतोष है।

सार्वजनिक स्थल और दुर्घटनाओं का खतरा
समाजसेवी कमलेश मेघवाल ने बताया कि इस लिंक रोड के किनारे स्कूल, गुरुद्वारा और अन्य सार्वजनिक स्थल स्थित हैं, जहां रोजाना बड़ी संख्या में लोग आते-जाते हैं। भारी वाहनों के आवागमन के कारण न केवल स्थानीय लोगों को असुविधा हो रही है, बल्कि दुर्घटनाओं का खतरा भी बढ़ गया है। पूर्व में भी कई बार इस सड़क पर भारी वाहनों के कारण दुर्घटनाएं हो चुकी हैं।

ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि वे इस रोड पर भारी वाहनों का आवागमन तुरंत बंद करें और सड़क से बैरिकेड्स नहीं हटाएं। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर बैरिकेड्स हटाए गए, तो वे धरना और भूख हड़ताल करने के लिए मजबूर होंगे।

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