जयपुर, 15 अक्टूबर: प्रदेश के सभी चिकित्सा संस्थानों में स्वच्छता और रखरखाव सुधारने के लिए एक व्यापक अभियान शुरू किया जाएगा। प्रमुख शासन सचिव श्रीमती गायत्री राठौड़ ने स्वास्थ्य भवन में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सभी अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे 30 अक्टूबर तक स्वच्छता मानकों का पालन सुनिश्चित करें। निर्धारित समय सीमा के बाद राज्य स्तर से निरीक्षण किया जाएगा, और यदि सुधार नहीं पाया गया तो संबंधित प्रभारी की जिम्मेदारी तय की जाएगी। श्रीमती राठौड़ ने अधिकारियों से कहा कि अस्पताल परिसर, शौचालय, गलियारे और सार्वजनिक स्थान साफ-सुथरे रखने के साथ-साथ विद्युत उपकरणों और अन्य आधारभूत सुविधाओं को सुचारू बनाए रखा जाए। उन्होंने निर्देश दिया कि अनुपयोगी वस्तुओं की नीलामी और बायो मेडिकल वेस्ट के उचित निस्तारण की व्यवस्था भी की जाए।
स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की प्रतिबद्धता
उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार और मौसमी बीमारियों की रोकथाम पर भी जोर दिया। सभी चिकित्सा संस्थानों में उपचार की व्यवस्थाएं मजबूत रखी जाएं, और संक्रमण की रोकथाम के लिए आवश्यक गतिविधियों का संचालन किया जाए।
बजट का प्रभावी उपयोग
प्रमुख शासन सचिव ने कहा कि अस्पतालों के मेंटीनेंस के लिए वार्षिक बजट का समुचित उपयोग किया जाए। इसके अलावा, स्थानीय दानदाताओं और स्वयंसेवी संस्थाओं से सहयोग प्राप्त करने का सुझाव भी दिया गया। सभी बजट घोषणाओं को समय पर पूरा करने और नए भवनों के निर्माण के लिए भूमि आवंटन की प्रक्रिया को प्राथमिकता देने के निर्देश भी दिए गए हैं। इस पहल से राज्य सरकार की स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार और नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने की प्रतिबद्धता स्पष्ट होती है।